मनोज राजोरा ने अपनी बेटी गुंजन के लिए महापौर पद पर चुनाव लड़ने को मांगी टिकट : पोला भाई ग्रुप
आगरा। भारतीय जनता पार्टी में नगर निकाय के चुनाव महासंग्राम में महापौर पद पर हर बार नए चेहरे और समाज पर दांव लगाकर आखिरी छोर वाले समाज को चौंकाने वाला तोहफा देकर राजनीतिक समानता का संदेश दिया हैं।
इस सन्दर्भ में समाजसेवी पोला भाई ने बताया कि महापौर पद के लिए राजनीतिक दलों में अपने दमदार प्रत्याशी की खोज के लिए सूची मंथन हो रहा है। आए दिन किसी न किसी नए दावेदार का नाम सूची में जोड़ रहा है। मंत्री, सांसद, विधायक और पदाधिकारियों की पत्नियों के नाम चर्चाओं के बीच अंतिम दौर में मनोबल बढ़ाने और सत्ता के लाभ से वंचित समाज को तोहफा देने के लिए अपने ही कार्यकर्ताओं की बेटी पर दाव लगा सकती है। अब इसकी चर्चा संगठन में तेजी से होने लगी है। वहीं, भाजपा में पिछले 30 सालों से खून पसीना बहाने वाले मनोज राजोरा ने अपनी बेटी गुंजन राजौरा के लिए महापौर पद पर चुनाव लड़ने को टिकट मांगी है। वेद खटीक समाज से आते हैं। उनके समाज को आगरा ही नहीं बल्कि पूरे क्षेत्र से किसी को सत्ता में भागीदारी नहीं मिली है। जबकि आगरा महानगर में खटीक समाज के वोटरों का आंकड़ा 80 हजार के आसपास है। जो वोटरों के अनुसार भाजपा की समाज सूची में तीसरे नंबर पर आता है। माहौर समाज के वोटरों का आंकड़ा डेढ़ लाख और बाल्मिक समाज के वोटरों का आंकड़ा सवा लाख के आसपास है। सूत्रों की मानें तो भाजपा का एससी सीट पर उन्हें तीनों समाज से अपना प्रत्याशी चुनने के लिए जोर दिया जा रहा है। मनोज राजोरा की 30 साल की तपस्या और खटीक समाज के इंतजार का फल बेटी गुंजन राजोरा को अपना प्रत्याशी बनाकर देने की दिशा में मंथन शुरू हो गया है। पिता पुत्री का बायोडाटा संगठन को दिया गया है। जिसकी गूंज लखनऊ तक है। बेटी गुंजन महज 30 वर्ष की है। उनकी शैक्षिक योग्यता एमबीए, बीकॉम,बीटीसी है। वह कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में लेखाकार हैं। बात करें उनके भाजपा और सामाजिक कार्यों से जुड़ाव् की तो उनकी स्वयं सेविका संघ के रूप में संघ आयु 6 वर्ष है। दलित समाज जन कल्याण समिति उत्तर प्रदेश की प्रदेश उपाध्यक्ष और अखिल भारतीय खटीक समाज की जिला उपाध्यक्ष है, जबकि उनके पिता मनोज राजोरा कि संघ आयु 30 वर्ष है। भाजपा से पार्षद भी रह चुके हैं। भाजपा में गुंजन की दावेदारी को बहुत मजबूत माना जा रहा है। जैसा कि आप जानते हैं खटीक समाज मधु नगर, देवरी रोड, बालूगंज, सुलतानपुरा, कैंट, शाहगंज, बोदला, अमर उजाला प्रेस के पास, सिकन्दरा, बजरंग नगर, राधा नगर, लोहा मंडी, जगदीशपुरा, तोता का ताल,बिंदु कटरा, अर्जुन नगर, कमला नगर, लँगड़े की चौक, विजय नगर, आदि मुहल्लों में विभिन्न जगह रहता है।
वहीं, बात करें जाटव समाज की तो सूची में वह भी आता है, लेकिन उसे भाजपा बसपा के आखिरी चुनावी पत्ता खुलने के बाद ही उस पर विचार होता है। सूत्रों की मानें तो भाजपा अपने प्रतिद्वंदी बसपा सपा कांग्रेस तथा आम आदमी पार्टी को चौका सकती है। राजनीतिक गल्यारों में सुनने में आ रहा हैं कि भाजपा इस चुनाव में भी उम्मीदों से अलग निर्णय लेने वाली है। जिससे प्रत्याशी के समाज का वर्षों से चला आ रहा सूखा खत्म हो जाए। वही मिशन 2024 की तैयारियों में एक कड़ी और मजबूत हो जाएगी।