वर्ल्ड सिख चैंबर ऑफ कॉमर्स (डब्ल्यू.एस.सी.सी.), एक गैर-लाभकारी संगठन है, जिसमें सिख उद्यमियों, पेशेवरों और व्यवसाय के मालिकों का एक क्रॉस-सेक्शन शामिल है, यह अपने तरह का एक नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म है।
नई दिल्ली, 12 फरवरी, 2022 - दिल्ली स्थित गैर-लाभकारी संगठन, वर्ल्ड सिख चैंबर ऑफ कॉमर्स (डब्ल्यू.एस.सी.सी.) ने अपनी पहली कानूनी प्रकोष्ठ बैठक अमर कॉलोनी लाजपत नगर, नई दिल्ली में डब्ल्यू.एस.सी.सी. हाउस में आयोजित की।
विभिन्न न्यायालयों और न्यायाधिकरणों के समक्ष अभ्यास करने वाले कई वकीलों ने इस बैठक में भाग लिया, जहां समुदाय से संबंधित महत्वपूर्ण कानूनी मुद्दों पर चर्चा की गई।
बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई कि युवा कानून के छात्रों और युवा नवोदित वकीलों को क्रमशः इंटर्नशिप और प्लेसमेंट के अवसर कैसे प्रदान किए जाएं। आगे की कार्रवाई के साथ-साथ कानूनी प्रकोष्ठ को मजबूत करने के लिए विचार-विमर्श किया गया।
बैठक के बाद हाई टी का आयोजन भी किया गया।
अगली बैठक 26 फरवरी, 2022 को सायं 6:00 बजे निर्धारित की गई है।
डॉ. परमीत सिंह चड्ढा कहते हैं की "संसाधनों तक सीमित पहुंच के साथ, हर कोई अपने सोशल नेटवर्किंग पर काम नहीं कर सकता है। डब्ल्यू.एस.सी.सी. ने अपने साथी सिख भाइयों के सपनों का समर्थन करने के लिए हाथ पकड़ने और समर्थन करने का फैसला किया है।”
गैर-लाभकारी संगठन 'सरबत दा भला' के मूल्य पर काम करता है, जिसका अर्थ है "हर कोई समृद्ध हो" या "सभी के लिए आशीर्वाद" इसलिए वे छोटे व्यवसायों को अपने समुदाय की जीवनदायिनी मानते हैं और उसे सफलता की सीढ़ी पर ले जाने का लक्ष्य रखते हैं। .
समुदाय इस दृष्टिकोण पर खड़ा है कि डब्ल्यू.एस.सी.सी. के युवा सदस्यों को बाहर नौकरियों की तलाश करने की आवशकता नहीं होनी चाहिए क्योंकि उनके पास समुदाय के भीतर ही पर्याप्त अवसर हैं जो उन्हें व्यवसाय के मालिक, खिलाड़ी बनने, अपने रचनात्मक कौशल पर काम करने, या जो कुछ भी वे पसंद करते हैं, समुदाय बनने के लिए प्रेरित करता है एवं उनका समर्थन करेगा।