रक्तदान कर विकास कुमार ने बचाई एक महिला की जान


स्वतंत्र सिंह भुल्लर


हमने अक्सर देखा है कि पुलिस वाले अपराधियों का खून बहाते है, लेकिन उस बेरहम दिल के पीछे एक मासूम दिल भी होता है, जो कभी-कभी निर्दोष की जान बचाने के लिए अपना खून देने से भी गुरेज नहीं करते। ऐसी ही एक मिसाल पेश की है 
बिजनौर थाना के पुलिस अधिकारी विकास कुमार ने। बिजनौर के आवास विकास चौकी पर डयूटी कर रहे विकास कुमार  हिंदू ब्लड बैंक सेवा के सदस्य भी है। 
इस बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहाकि श्री अस्पताल बिजनौर में मीना नाम की एक मरीज भर्ती हुई। जिसे खून की सख्त आवश्यकता  पडी। महिला की हालत बेहद खराब थी, समय की गंभीरता को देखते हुए 28 वर्षीय विकास कुमार  ने स्वयं खून देकर उक्त महिला की जान बचाई। 
गौर हो कि हिंदू ब्लड बैंक सेवा संस्था देश में लंबे अर्सें से कार्यरत है। जो स्थान-स्थान पर जाकर लोगों को खून देती है। तांकि जिंदगी व मौत के बीच झूल रहे जरूरतमंद लोगों की मदद दी जाए। हिंदू ब्लड बैंक मानवता के लिए जीवन दायक बन चुका है। इस संस्था का मूल उद्देश्य यह है कि लोगों को खून की कमी से मरने न दिया जाए। 
विकास ऐसा नाम है, जिन्हें पुलिस प्रशासन  में भी मानवता के सेवक के तौर पर देखा जाता है। प्राय वह गरीब, जरूरतमंदों की मदद करते रहते है। जिसकी उदाहरण आज उन्होंने अपना रक्त देकर पेश  की। 


बॉक्स 


इस मौके पर हिंदू ब्लड बैंक सेवा के संस्थापक राहुल राजपूत ने कहाकि इस प्रकार के डोनरों से ही मानवता आज जीवित है। जो अपने जीवन की परवाह न करते हुए मौका मिलने पर हर जगह ब्लड डोनेट करते रहते है। हमें देश के ऐसे रखवालों पर गर्व है।